SGP OP5 focused on fostering partnerships across a wide spectrum of stakeholders, ranging from CBOSs and NGOs, marginalized indigenous communities , to the private sector and public institutions. The SGP-OP7 will focus strongly on building partnerships for replication and upscaling which is to take place through co-financing partnerships with private sector and Government. Through access to hybrid grants and micro-lending schemes, the project will support the replication, upscaling and sustainability of the activities to be undertaken by the Civil Society Organizations (CSOs). Training would also be delivered to Community Based Organizations (CBOs), through Self-Help Group (SHG) modalities and other approaches, specifically targeting women and other marginalized groups. There would also be a call for proposals on community grants for scaling up and replication of good models and practices.
The CBOs will also be trained on collecting, recording and documenting knowledge
and experiences on community development initiatives. Knowledge sharing and
replication will help ensure that the impacts of the project are sustained and
expanded, generating additional environmental benefits over the longer term.
एसजीपी ओपी5 हितधारकों की व्यापक श्रृंखला में भागीदारियों को मज़बूत बनाने पर केंद्रित है, जिनमें सीबीओएस और एनजीओ से लेकर सीमांत स्वदेशी सामुदायिक और निजी क्षेत्र तथा सार्वजनिक संस्थान भी शामिल हैं। एसजीपी ओपी7 में निजी क्षेत्र और सरकार के साथ सह-वित्तपोषण भागीदारी के माध्यम से दोहराव और उन्नयन के लिए भागीदारी करने पर जोर दिया जाएगा। यह परियोजना, हाइब्रिड अनुदान और सूक्ष्मऋण योजनाओं तक पहुंच के माध्यम से सिविल सोसाइटी संगठनों (सीएसओ) द्वारा किए जाने वाले गतिविधियों के दोहराव, उन्नयन और स्थायीता में सहयोग प्रदान करेगी। स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) मॉडलिटी और अन्य विधियों के माध्यम से, विशेष रूप से महिलाओं और अन्य सीमांत समूहों को लक्षित करते हुए, सामुदायिक संगठनों (सीबीओ) को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। उचित मॉडलों और विधियों का विस्तार करने और उन्हें दोहराने के लिए सामुदायिक अनुदानों संबंधी प्रस्तावों का भी आह्वान किया जाएगा।
सामुदायिक विकास के प्रयासों के बारे में ज्ञान और अनुभव संकलित करने, रिकॉर्ड करने और दस्तावेजीकृत करने के लिए भी सीबीओ को प्रशिक्षित किया जाएगा। ज्ञान की साझेदारी और पुनरावृत्ति से प्रोजेक्ट के प्रभाव स्थायी और विस्तारित रखना सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी, जिससे लंबी अवधि में अतिरिक्त पर्यावरणीय लाभ प्राप्त होंगे।