Knowledge management, including the dissemination of best practices and lessons learned, will remain an essential element of the GEF SGP India Country Programme during the Operational Stage 7. The first step regarding knowledge management in OP7 will be the formulation of a knowledge management strategy and a communications strategy. These strategies will highlight priority actions, target audiences, and methodologies to roll out during the implementation phase. The Knowledge Management approach involves assessing and sharing lessons learned and best practices from target landscapes based on evaluation of implementation results and their contributions to Global Environment Benefits (GEB), local development objectives and landscape level outcomes, including the development of social capital.
At the regional and intervention landscape levels, the SGP India Country Programme
will produce case studies, photos stories, and video documentaries of the landscape
planning and management experience in each of the selected landscapes. These case
studies will highlight the processes of stakeholder participation, as well as the
progress toward the targets selected during landscape planning, using the Satoyama
Resilience Indicators. A detailed analysis will be produced of the successes and
failures in each intervention landscape regarding the generation of synergies
between individual community projects around landscape level outcomes, lessons
learned, and future efforts to strengthen the landscape planning and management
processes. The results of these studies will be published and disseminated
throughout the country through print and digital media and SGP’s institutional
partners, NGOs, SGP-supported CSO networks, universities and others.
The project will establish an SGP Learning Forum (including an e-platform) which will
facilitate links among communities, promote information sharing, and provide access
to knowledge resources that are relevant to their individual projects. The knowledge
obtained from project experiences and lessons learned will be socialized through
SGP’s well-established national network of stakeholders and SGP’s global platform,
and it will be used in upscaling successful initiatives.
Knowledge sharing and replication will help ensure that the impacts of the project
are sustained and expanded, generating additional environmental benefits over the
longer-term.
सर्वोत्तम विधियों और सीखे गए सबकों के प्रसार सहित ज्ञान का प्रबंधन, ओपी7 के दौरान जीईएफ-एसजीपी इंडिया कंट्री प्रोग्राम का एक अनिवार्य घटक बना रहेगा। ज्ञान प्रबंधन की रणनीति और एक संचार रणनीति तैयार करना ओपी7 में ज्ञान के प्रबंधन से संबंधित पहला कदम होगा। ये कार्यनीतियां लागू करने के फेज के दौरान उन्हें लागू करने के लिए प्राथमिकता आधारिरत कार्यवाहियों, लक्षित व्यक्तियों और विधियों को रेखांकित करेंगी। लागू करने के परिणामों और वैश्विक पर्यावरण लाभों (जीईबी) स्थानीय विकास उद्देश्यों और सामाजिक पूंजी के विकास के साथ लैंडस्केप स्तर के परिणामों में उनके योगदानों के आधार पर, लक्षित लैंडस्केप्स से सीखे गए सबकों और सर्वोत्तम विधियों का मूल्यांकन और साझेदारी करना ज्ञान प्रबंधन विधि में शामिल है।
क्षेत्रीय और इंटरवेंशन लैंडस्केप स्तरों पर, एसजीपी इंडिया कंट्री प्रोग्राम प्रत्येक चयनित लैंडस्केप में लैंडस्केप नियोजन और प्रबंधन अनुभव के केस अध्ययन, चित्रकथाएं और वीडियो वृत्तचित्र तैयार करेगा। सातोयामा रेजिलिएंस इंडिकेटर के उपयोग द्वारा ये केस अध्ययन, हितधारकों की भागीदारी की प्रक्रियाओं के साथ लैंडस्केप नियोजन के दौरान चयनित लक्ष्यों की दिशा में प्रगति को रेखांकित करेंगे। लैंडस्केप स्तर के परिणामों, सीखे गए सबकों, और लैंडस्केप नियोजन और प्रबंधन प्रक्रियाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए भावी प्रयासों के संबंध में पृथक समुदाय प्रोजेक्ट्स के बीच पारस्परिक ऊर्जा सृजन के संबंध में प्रत्येक इंटरवेंशन लैंडस्केप में सफलताओं और विफलताओं का एक विस्तृत विश्लेषण तैयार किया जाएगा। इन अध्ययनों के परिणाम प्रकाशित किए जाएंगे और प्रिंट और डिजिटल मीडिया और एसजीपी के संस्थागत भागीदारों, एनजीओ, एसजीपी समर्थित सीएसओ नेटवर्क, विश्वविद्यालयों और अन्य के माध्यम से पूरे देश में और प्रसारित किए जाएंगे।
प्रोजेक्ट में एक एसजीपी लर्निंग फोरम (एक ई-प्लेटफॉर्म सहित) स्थापित किया जाएगा जो समुदायों के बीच संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा, सूचनाओं की साझादारी प्रोत्साहित करेगा, और उनकी पृथक प्रोजेक्ट्स के लिए ज़रूरी ज्ञान संसाधनों तक पहुंच प्रदान करेगा। प्रोजेक्ट के अनुभवों और सीखे गए सबकों से प्राप्त ज्ञान को एसजीपी के हितधारकों के सुस्थापित राष्ट्रीय नेटवर्क और एसजीपी के वैश्विक मंच के माध्यम से समाज में प्रसारित किया जाएगा, और सफल प्रयासों के भावी विस्तार के लिए इसे उपयोग किया जाएगा।
ज्ञान की साझेदारी और पुनरावृत्ति से प्रोजेक्ट के प्रभाव स्थायी और विस्तारित रखना सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी, जिससे लंबी अवधि में अतिरिक्त पर्यावरणीय लाभ प्राप्त होंगे।