The project interventions will address strengthening the climate change mitigation
adaptation strategies. Climate change measures will be integrated into the landscape
strategies and implemented across the three target regions and intervention
landscapes. Local communities will have increased awareness of climate change
mitigation through learning-by-doing capacity building and training delivered through
partnerships with expert organizations and interactions with the NGOs, local, state
and national government and the private sector.
The project interventions will address strengthening the climate change mitigation
adaptation strategies among the communities, develop and implement initiatives
around climate change mitigation, capacity building, preparedness and post- disaster
recovery, promote energy conservation, energy efficiency, and adoption of renewable
energy. Projects will align with the principles of circular economy in support of the
Government’s reform agenda on circular economy, natural resource efficiency,
phasing out single use plastics for bringing sustainable lifestyle changes.
Climate change indicative community projects will include the following:
- Mitigation of GHG emissions, e.g., through energy efficient solutions introduced, adapted, piloted and disseminated.
- Expanded application of renewable and clean energy solutions for productive uses, such as solar mills, solar pumps, etc.
- Increased use of renewable energy, including alternatives to fuelwood and coal.
- Improved energy efficiency, e.g., for household use and community lighting.
- GHG mitigation benefits are also envisaged to be generated through restoring-rehabilitating degraded agricultural land, forests, and mangroves-wetlands
यह प्रोजेक्ट इंटरवेंशन, जलवायु परिवर्तन में कमी हेतु अनुकूलन रणनीतियों को सुदृढ़ बनाने का प्रयास करेगा। जलवायु परिवर्तन के उपायों को लैंडस्केप रणनीतियों में एकीकृत किया जाएगा और सभी तीन लक्षित क्षेत्रों और इंटरवेंशन लैंडस्केप्स में लागू किया जाएगा। प्रयोग करके सीखते हुए क्षमता सृजन और प्रशिक्षण, जो कि विशेषज्ञ संगठनों के साथ भागीदारी के माध्यम से दिया जाएगा, और एनजीओ, स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय सरकार और निजी क्षेत्र के साथ आपसी व्यवहार के माध्यम से जलवायु परिवर्तन में कमी के बारे में स्थानीय समुदायों की जागरूकता में वृद्धि होगी।
प्रोजेक्ट इंटरवेंशन, समुदायों में जलवायु परिवर्तन में कमी हेतु अनुकूलन रणनीतियों को सुदृढ़ बनाएगा, जलवायु परिवर्तन में कमी, क्षमता सृजन, आपदाओं हेतु पूर्वतैयारियों और आपदा के बाद रिकवरी से संबंधित प्रयासों को विकसित और लागू करने में सहायक होगा, और ऊर्जा संरक्षण, ऊर्जा दक्षता और नवीकरणीय ऊर्जा के अंगीकरण को प्रोत्साहित करेगा। चक्रीय अर्थव्यवस्था के बारे में सरकार के सुधार के एजेंडे के समर्थन में प्रोजेक्ट्स, प्राक़तिक संसाधन दक्षता, जीवन शैली में स्थायी परिवर्तन लाने के लिए एकल उपयोग वाली प्लास्टिक को क्रम से समाप्त करने, से संबंधित चक्रीय अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों के साथ संरेखित होंगी।
जलवायु परिवर्तन संबंधी सूचक सामुदायिक गतिविधियों में निम्न शामिल होंगे:
- जीएचजी उत्सर्जनों का में कमी, उदाहरण के लिए, ऊर्जा कुशल समाधानों को लागू, अनुकूलित, पायलट और प्रसारित करते हुए ऐसा किया जाएगा
- सौर मिलों, सौर पम्पों, आदि उत्पादक उपयोगों के लिए नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा के समाधानों के उपयोग को विस्तारित किया जाना।
- काष्ठ ईंधन और कोयले के विकल्प सहित नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग में वृद्धि करना
- उन्नत ऊर्जा दक्षता, उदाहरण के लिए, घरेलू उपयोग और सामुदायिक प्रकाश व्यवस्था के लिए
- निम्नीकृत कृषि भूमि, वनों और मैन्ग्रोव-वेटलैंड भूमियों के पुनर्स्थापन-पुनर्वास के माध्यम से जीएचजी में कमी लाभ भी उत्पन्न होने परिकल्पित हैं